कार्यालय, साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाएं निदेशालय, उ.प्र., लखनऊ।
इस निदेशालय में प्रदेश के समस्त जनपदों के 15+ वयवर्ग के महिला / पुरुष निरक्षरों को साक्षर करने के लिए केन्द्र पुरोनिधानित योजनाओं का संचालन किया जाता है। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा केन्द्र पुरोनिधानित "नव भारत साक्षरता कार्यक्रम" नामक एक नवीन योजना का संचालन दिनांक 01 अप्रैल, 2022 से 31 मार्च, 2027 (कुल पांच वर्ष) तक संचालन किये जाने का निर्णय लिया गया है।
योजनान्तर्गत प्रदेश के सभी जिलों, तहसीलों, विकासखंडों, ग्राम पंचायतों, शहरी निकायों एवं छावनी बोर्ड में जहां कहीं भी 15+ वयवर्ग के निरक्षरों विशेषकर महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यकों, दिव्यांगजनों आदि को संबंधित जनपदों के खण्ड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से 15+ वयवर्ग के निरक्षरों को चिन्हित करने के उपरान्त साक्षर किया जायेगा । योजना ऑनलाइन मोड/स्वयंसेवा के माध्यम से लागू की जाएगी । वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022–23 मे 17 लाख निरक्षरों को ऑनलाइन पोर्टल (OLTAS) के माध्यम से साक्षर किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है । उक्त हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 में योजना के सफल संचालन के लिए भारत सरकार द्वारा लगभग रु. 34.00 करोड़ धनराशि का प्रावधान किया गया है, जिसमें केंद्रांश / राज्यांश का अनुपात 60:40 है जिसकी पृष्ठभूमि तैयार करने की कार्यवाही गतिमान है।